when salman khan kill deer
घटना का प्रारंभ: 1998 की रात
यह मामला 26 सितंबर, 1998 की रात का है, जब सलमान खान और उनकी फिल्म “हम साथ साथ हैं” की शूटिंग के लिए जोधपुर में थे। शूटिंग के दौरान फिल्म की पूरी कास्ट—जिसमें सैफ अली खान, सोनाली बेंद्रे, तब्बू, और नीलम शामिल थे—वहां मौजूद थी। इस दौरान, आरोप लगाया गया कि सलमान खान और उनके साथियों ने जोधपुर के पास स्थित कांकाणी गाँव के जंगल में दो काले हिरणों का शिकार किया।
राजस्थान में काले हिरण को संरक्षित जीवों की सूची में रखा गया है, और इनका शिकार करना वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के तहत पूरी तरह से अवैध है। घटना के अनुसार, सलमान खान और उनके साथी एक सफारी पर निकले थे, जहां उन्होंने कथित तौर पर काले हिरण का शिकार किया।when salman khan kill deer
सलमान खान और काले हिरण शिकार मामला: एक विस्तृत घटना विवरण
भारतीय सिनेमा के सुपरस्टार सलमान खान का नाम कई विवादों से जुड़ा हुआ है, लेकिन सबसे प्रमुख और चर्चित विवादों में से एक है उनका काले हिरण शिकार मामला। यह घटना 1998 की है, जब सलमान खान और उनके साथी कलाकारों पर राजस्थान के जोधपुर में काले हिरण का शिकार करने का आरोप लगा। यह मामला लगभग दो दशकों से भारतीय न्यायपालिका में चल रहा है, और इसने सलमान खान के करियर और छवि पर गहरा प्रभाव डाला है। इस ब्लॉग में हम इस पूरे मामले की विस्तृत जानकारी, घटना की समयरेखा, कानूनी प्रक्रियाएं, और इस पर जनता की प्रतिक्रिया के बारे में चर्चा करेंगे।
स्थानीय ग्रामीणों की भूमिका
घटना के तुरंत बाद, कांकाणी गाँव के कुछ स्थानीय ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि उन्होंने सलमान खान और उनकी टीम को जंगल में शिकार करते हुए देखा था। उन्होंने इस बात की जानकारी वन्यजीव संरक्षण अधिकारियों और पुलिस को दी। ग्रामीणों के अनुसार, उन्होंने गोली की आवाज़ें सुनीं और बाद में उन्हें दो मृत काले हिरण मिले। आरोप था कि ये शिकार सलमान खान ने किया था, जबकि उनके साथी कलाकार उस वक्त उनके साथ मौजूद थे और उन्होंने इस शिकार का विरोध नहीं किया।
पुलिस और वन्यजीव विभाग की जांचwhen salman khan kill deer
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और वन्यजीव विभाग ने मामले की जांच शुरू की। जांच के दौरान सलमान खान पर वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने घटना स्थल से साक्ष्य इकट्ठे किए और सलमान खान की सफारी गाड़ी की जांच की। इस दौरान, सलमान खान का बयान भी दर्ज किया गया, जिसमें उन्होंने शिकार करने के आरोपों को नकारा।
हालांकि, स्थानीय गवाहों और ग्रामीणों ने सलमान खान के खिलाफ गवाही दी, जिसमें यह दावा किया गया कि उन्होंने ही गोली चलाई थी। इसी आधार पर सलमान खान और अन्य साथियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
अदालत में कानूनी लड़ाई
काले हिरण शिकार मामला लगभग 20 वर्षों तक चला। इस दौरान सलमान खान ने कई बार अदालत में पेशी दी और हर बार उन्होंने खुद को निर्दोष बताया। 1998 के बाद से ही यह मामला अदालतों के चक्कर काटता रहा। इस बीच, सलमान खान के वकीलों ने कई बार अदालत में यह तर्क दिया कि उनके खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं है, और गवाहों की गवाही को भी संदेहास्पद बताया गयाwhen salman khan kill deer
आरोपियों के बचाव और विवादित दलीलें
सलमान खान के वकील हमेशा इस तर्क पर अड़े रहे कि सलमान खान निर्दोष हैं और उनके खिलाफ लगाए गए आरोप झूठे हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में कोई ठोस सबूत नहीं है कि सलमान खान ने गोली चलाई थी। उनके बचाव पक्ष ने यह भी तर्क दिया कि काले हिरण की मौत प्राकृतिक कारणों से हो सकती है और इस मामले में ग्रामीणों की गवाही को आधार नहीं बनाया जा सकता।when salman khan kill deer
इसके अलावा, सलमान खान के बचाव पक्ष ने यह दावा किया कि जिस समय की बात की जा रही है, उस समय सलमान और उनकी टीम फिल्म की शूटिंग में व्यस्त थे और शिकार करने का कोई सवाल ही नहीं उठता।when salman khan kill deer
स्थानीय लोगों और बिश्नोई समुदाय की भूमिका
यह मामला और भी अधिक गंभीर तब हो गया जब बिश्नोई समुदाय के लोग इसमें शामिल हुए। बिश्नोई समुदाय के लोग वन्यजीवों, खासकर काले हिरण, की रक्षा के प्रति बहुत संवेदनशील होते हैं। उन्होंने सलमान खान के खिलाफ इस मामले को लेकर अदालत में मुकदमा दर्ज कराया और इस घटना के खिलाफ कई बार विरोध प्रदर्शन भी किए। बिश्नोई समुदाय की लड़ाई ने इस मामले को एक व्यापक सामाजिक और सांस्कृतिक मुद्दे में बदल दिया।when salman khan kill deer
सलमान खान की गिरफ्तारी और जमानत
यह मामला सलमान खान के लिए तब और गंभीर हो गया जब 2006 में उन्हें गिरफ्तार किया गया। हालांकि, उन्हें जल्द ही जमानत पर रिहा कर दिया गया था। सलमान खान पर तीन अलग-अलग मामलों में मुकदमे चले—एक चिंकारा शिकार मामले में, और दो काले हिरण शिकार मामलों में। सलमान खान ने इन सभी मामलों में खुद को निर्दोष बताया और अदालत में लड़ाई जारी रखी।
मीडिया और जनता की प्रतिक्रिया
मीडिया में यह मामला बहुत ही ज़ोर-शोर से कवर किया गया। सलमान खान के लाखों प्रशंसक इस मामले की हर छोटी-बड़ी जानकारी जानने के लिए उत्सुक थे। एक तरफ जहां सलमान के समर्थकों का मानना था कि वह निर्दोष हैं और उन्हें सिर्फ फंसाया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ कई लोग ऐसे थे जो उनके खिलाफ खड़े हुए। खासकर, वन्यजीव संरक्षण और बिश्नोई समुदाय के लोग इस मामले में सलमान खान को सजा दिलाने के लिए प्रतिबद्ध थे।
सोशल मीडिया पर भी यह मामला व्यापक चर्चा का विषय रहा। सलमान खान के प्रशंसक और आलोचक, दोनों ही इस मुद्दे पर अपने विचार साझा कर रहे थे। कई बार सलमान खान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुए, जबकि उनके समर्थन में भी कई बार लोग सड़कों पर उतरे।when salman khan kill deer
सलमान खान को सजा और उसके बाद
अंततः 5 अप्रैल, 2018 को जोधपुर कोर्ट ने सलमान खान को काले हिरण शिकार मामले में दोषी ठहराया और उन्हें पांच साल की सजा सुनाई। इस फैसले के बाद सलमान खान को तुरंत जोधपुर जेल में भेजा गया, लेकिन कुछ ही दिनों बाद उन्हें जमानत मिल गई और वह जेल से रिहा हो गए।when salman khan kill deer
हालांकि, यह मामला अभी भी उच्च न्यायालय में लंबित है और सलमान खान ने इस फैसले के खिलाफ अपील दायर की है। यह देखना बाकी है कि इस मामले में अंतिम फैसला क्या होता है। लेकिन इस पूरे मामले ने सलमान खान की छवि को काफी हद तक प्रभावित किया है और उनके करियर पर भी इसका असर पड़ा है।when salman khan kill deer when salman khan kill deer